41 वर्षीय शुभ्रा पाठक डायबिटीज, लो ब्लड प्रेशर, पीसीओडी जैसी गंभीर बीमारियों से पीड़ित थी। एक समय उनका वजन 81 किलो से ज्यादा गया था और इसके कारण उनकी हेल्थ कंडीशन और खराब हो गई थी।
शुभ्रा एक डेंटिस्ट के क्लीनिक में कुर्सी पर बैठे-बैठे बेहोश हो गई। इसके बाद उनकी हेल्थ कंडीशन खराब होने लगी। उन्होंने वर्कआउट करना शुरू किया और 2 साल में 17 किलो वजन कम किया।
PCOD में महिलाओं को पीरियड्स में इरेगुलेरिटी होती है। शुभ्रा को भी 6 महीने तक पीरियड्स नहीं आए, लेकिन जब उन्होंने वर्कआउट कंटिन्यू किया तो उनकी समस्या भी धीरे-धीरे कम होने लगी।
वर्कआउट शुभ्रा के लिए गेम चेंजर साबित हुआ, न सिर्फ उनके PCOD में सुधार हुआ, बल्कि उनकी स्किन-हेयर की कंडीशन बेहतर हुई। बीपी और डायबिटीज को भी उन्होंने काफी हद तक कंट्रोल कर लिया।
शुभ्रा की एक बेटी है और वह बताती है कि उनकी वेट लॉस जर्नी में उनकी बेटी ने उन्हें खूब मोटिवेट किया। वह चाहती हैं कि उनकी बेटी भी हेल्दी हैबिट्स अपनाएं।
शुभ्रा बताती है कि वह 40 मिनट हर दिन वर्कआउट सेशन करती है, जिसमें 5 से 10 किलो डंबल उठाती हैं। इसके अलावा डेडलिफ्ट्स, स्कॉट और वेटलिफ्टिंग को अपने रूटीन में शामिल करती हैं।
शुभ्रा ने वेट लॉस के लिए कोई स्पेशल डाइट नहीं लिया। हालांकि, उन्होंने अपनी डाइट से चीनी को पूरी तरीके से हटा दिया और छोटी-छोटी मॉडरेट डाइट लेना शुरू किया।
एक्सरसाइज के दौरान वॉटर इनटेक बहुत ज्यादा जरूरी होता है। शुभ्रा खाली पेट 1 लीटर पानी पीती है। इसके बाद पूरे दिन में वह 2-3 लीटर पानी पीती हैं, जो उनके मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है।
दिन की शुरुआत 1 लीटर पानी और ब्लैक कॉफी के साथ। इसके बाद 2-3 एग व्हाइट और ब्रेड, मूंग दाल चीला, पोहा, बेसन चीला, पनीर सैंडविच जैसे हाई रिच ब्रेकफास्ट पर फोकस करती हैं।
शुभ्रा अपने लंच में दो रोटी, दाल, सब्जी, दही, सलाद का सेवन करती हैं। इसके अलावा डिनर में दाल, चावल, सब्जी, रायता खाती हैं।