आप कितना कमाते हैं, कितना खर्च करते हैं या किसी भी प्रकार की आर्थिक दिक्कत ये बातें बहुत निजी होती है। इन्हें कभी भी पब्लिकली चर्चा का हिस्सा ना बनाएं। यह आपको शर्मिदा कर सकता है।
रिश्तों में होने वाले छोटे-मोटे या बड़े झगड़े पर्सनल लाइफ का पार्ट होता है। इसे भी सार्वजनिक रूप से चर्चा का विषय नहीं बनाना चाहिए। अपने सबसे करीबी से बात कर सकते हैं।
मेंटल हेल्थ को लेकर अपने सबसे अच्छे दोस्त या फैमिली से बात कर सकते हैं। लेकिन सार्वजनिक रूप से हर किसी से इसके बारे में बात नहीं करना चाहिए। इससे कोई कंफर्टेबल नहीं होगा।
किसी के बॉडी या रूप रंग को लेकर भी बात करना गलत है। हर किसी की अपनी खूबसूरती होती है उसका सम्मान करना चाहिए।
पुरानी बीमारियां, गंभीर रोग या अन्य स्वास्थ्य समस्याएं व्यक्तिगत होती हैं। इन्हें सार्वजनिक चर्चा का हिस्सा बनाने के बजाय, डॉक्टर या परिवार के साथ साझा करें।
हल्की-फुल्की गॉसिप तो ठीक है, लेकिन जब यह किसी की छवि को नुकसान पहुंचाने लगे, तो तुरंत रुक जाना चाहिए। बेहतर होगा कि इस तरह की बातों से पूरी तरह बचें।
राजनीति पर चर्चा अक्सर विवाद को जन्म देती है। सार्वजनिक रूप से इस पर बात करने से बचें, खासकर तब जब सभी लोग आपके विचारों से सहमत न हों।
धर्म और आध्यात्मिकता से जुड़े विषय बेहद सेंसिटिव होते हैं। इन्हें सार्वजनिक रूप से चर्चा का हिस्सा बनाना विवाद का कारण बन सकता है।
किसी के दुःख या शोक की स्थिति पर तभी बात करें, जब वह व्यक्ति खुद इसे साझा करना चाहे। उनकी भावनाओं का सम्मान करें और उन्हें समय दें।
दूसरों की निजी जिंदगी के बारे में सार्वजनिक चर्चा करना असंवेदनशील हो सकता है। यह उनकी प्राइवेसी को खत्म करने जैसा होता है। इसलिए ऐसी बातों से बचें।