एक लड़की ने रेडिट पर अपनी दुखभरी स्टोरी शेयर करते हुए लिखा कि उनके बॉयफ्रेंड के बीच सबसे बड़ा कॉन्फ्लिक्ट bedtime को लेकर है।
लड़की ने बताया कि वह अपने बॉयफ्रेंड के साथ दो साल से रिश्ते में है और अगस्त से साथ में रहने लगी है। सबकुछ अच्छा है पर विवाद सोने को लेकर है।
बॉयफ्रेंड चाहता है कि दोनों रात 10 बजे तक बिस्तर पर हों, क्योंकि उसे 9–10 घंटे की नींद चाहिए। लेकिन मुझे स्लीपिंग कंडीशन हैं।
लड़की ने बताया कि उसे sleep condition है, जिसकी वजह से 6 घंटे ही सो सकती है। अगर वो 10 बजे सोती है, तो 4 बजे उठ जाती है।
लड़की बताती है कि 4 बजे उठने की वजह से ना तो वो बाहर जा सकती है, ना ही काम शुरू कर सकती है। उसकी डेली रुटीन बिगड़ जाती है।
लड़की ने लिखा कि उसे थोड़ा मी टाइम चाहिए। पढ़ना, शो देखना या फिर दिमाग शांत करना। जिससे वो 12 बजे से पहले सो नहीं सकती।
मैं उसके साथ कभी-कभी 11 बजे लेट जाती हूं, लेकिन सोने के लिए दवाई लेनी पड़ती है। इसलिए वो इसे रोज नहीं करना चाहती।
लड़की ने बताया कि मैंने बीएफ को कहा कि वो अपने हिसाब से सो जाए। बाद में मैं आकर उसके पास सो जाऊंगी। लेकिन वो गुस्सा हो गया और कहा कि कपल को साथ सोना चाहिए।
अब लड़की को समझ नहीं आ रहा कि असल में सही क्या है? उसे जबरदस्ती 4 बजे उठना सीख लेना चाहिए? या अपने हिसाब से सोना चाहिए?
कई लोगों ने इसे सामान्य बताया और बोला की लड़के से सही तरीके से बात करें। वहीं कुछ ने कहा कि अगर पार्टनर जिद करें तो यह टाइम का मुद्दा नहीं, बल्कि कंट्रोलिंग नेचर की निशानी है।