बच्चे गॉसिप करना भी बहुत जल्दी सीख जाते हैं। वो निगेटिव बाते करते हैं और लोगों की भावनाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं। बच्चों को बताएं कि किसी के पीठ पीठे बातें करना गलता है।
यदि माता-पिता टीवी या मोबाइल पर ज्यादा समय बिताते हैं, तो बच्चे भी इसकी नकल करने लगते हैं। ये आदत उनके अंदर घर कर जाती है और आदत बड़े होने तक बनी रहती है।
बच्चों पर खाने की आदतों का गहरा प्रभाव पड़ता है। अगर वे देखते हैं कि माता-पिता जंक फूड पसंद करते हैं, तो वे भी इसे ही पसंद करेंगे। घर में पौष्टिक भोजन को प्राथमिकता दें।
माता-पिता का अक्सर गुस्से में चिल्लाना बच्चों को आक्रामक बना सकता है, और वे भी छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा करने लगते हैं।धैर्य से व्यवहार करें और बच्चों के सामने शांति से पेश आएं।
बच्चे बहुत जल्दी टाल-मटोल करने की आदत आसानी से अपना लेते हैं। चाहे होमवर्क करने में बहाने बनाना हो या जिम्मेदारियों को टालना। यह आदत उनके लिए भविष्य में गलत हो सकता है।
यदि बच्चे देखते हैं कि माता-पिता छोटी-छोटी बातों पर झूठ बोलते हैं, तो वे भी इसे सही मानकर सीख जाते हैं।बच्चों के सामने ईमानदारी से पेश आएं और हर बात पर सच बोलें।