आध्यात्मिक गुरु प्रेमानंद महाराज ने हाल ही में समलैंगिक रिश्तों पर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कुछ ऐसा कहा जो कुछ लोगों को अच्छा नहीं लगेगा, लेकिन कुछ लोग इसकी सराहना करेंगे।
प्रेमानंद महाराज जी की यह प्रतिक्रिया तब सामने आई जब उनसे एक भक्त ने पूछा कि वो पुरुषों की ओर आकर्षित है। जबकि उसका परिवार शादी के लिए दबाव बना रहे हैं।
प्रेमानंद महाराज ने बेहद संवेदनशील जवाब देते हुए कहा कि अगर आप महिलाओं के प्रति आकर्षित नहीं है तो फिर आप शादी मत कीजिए। किसी भी महिला को धोखा ना दें।
उन्होंने कहा कि डरने की जरूरत नहीं है। अपनी भावना माता-पिता को खुलकर बताएं। दबाव में शादी करना और उसे घर में रखकर उसकी जिंदगी बर्बाद ना करें।
महाराज ने कहा कि फैमिली के साथ ईमानदार रहना जरूरी है। सच्चाई को साझा करने में शर्म नहीं महसूस करनी चाहिए। किसी की जिंदगी बर्बाद कर देने में शर्म आनी चाहिए।
अपनी भावनाओं को साझा करना आपकी गरिमा या सम्मान पर कोई दाग नहीं लगाता। माता-पिता को भी अपनी बच्चों की भावना को समझना चाहिए। उनके प्रति सहानुभूतिपूर्ण रवैया रखना चाहिए।
प्रेमानंद महाराज ने कहा कि उनका नेचर भगवान ने बनाया है। क्या आप डांट-फटकार से उनके स्वभाव को बदल सकते हैं? नहीं। बेहतर यही है कि एक-दूसरे का सपोर्ट करें और प्रेम से आगे बढ़ें।