सेक्स के दौरान महिलाओं के मन में अक्सर अपने लुक्स को लेकर चिंता होती है। वे सोचती हैं कि मेरा शरीर कैसा दिख रहा है। पार्टनर को आकर्षक लग रही हूं या नहीं।
महिलाएं सेक्स के दौरान यह भी सोचती हैं कि क्या उनका पार्टनर संतुष्ट और खुश है। वे अपने पार्टनर की रिएक्शन पर फोकस करती है और कोशिश करती हैं कि एहसास दोनों के लिए अच्छा हो।
कुछ महिलाएं सेक्स के दौरान सोचती हैं कि वे सब कुछ ठीक कर रही हैं या नहीं। वे अपनी परफॉर्मेंस को लेकर चिंतित हो सकती हैं, खासकर अगर वे किसी नई पोजीशन या तकनीक को आज़मा रही हों।
महिलाएं जब सेक्स करती हैं तो यह भी देखती हैं कि क्या वो इस पल को एन्जॉय कर रही हैं। वो पार्टनर के परफॉर्मेंस का भी आंकलन करती हैं।
कई महिलाएं सेक्स को सिर्फ शारीरिक ही नहीं, बल्कि इमोशनल जुड़ाव भी मानती हैं। वो इस दौरान अपने पार्टनर से जुड़ाव और करीबी महसूस करती हैं ।
सेक्स के दौरान महिलाएं अपने पार्टनर के प्यार और केयर को महसूस करने की कोशिश करती हैं। क्या उनका पार्टनर उन्हें वास्तव में प्यार करता है या केवल फिजिकल अट्रैक्शन के लिए है।
कुछ महिलाएं सेक्स के दौरान या उसके बाद क्या होगा, इसे लेकर भी सोच सकती हैं। यह विचार उनके रिलेशनशिप के नेक्स्ट स्टेप, किसी सीरियस कमिटमेंट को लेकर सोचती हैं।
सेफ्टी और कंफर्ट भी महिलाओं के लिए एक बड़ा फैक्टर होता है। वे इस बारे में सोच सकती हैं कि क्या वे सेफ हैं, क्या प्रोटेक्शन सही तरीके से इस्तेमाल हो रहा है।