पति के अफेयर के बारे में जानकर गुस्सा , दुख और निराशा होना स्वाभाविक है। लेकिन ऐसी स्थिति में सबसे पहले आपको शांत रहना जरूरी है। गुस्से में लिया गया फैसला अक्सर गलत होता है।
पहले यह सुनिश्चित करें कि आपकी शंका सही है या नहीं। अफेयर की संभावना केवल किसी की बातों या छोटी-छोटी घटनाओं पर आधारित हो सकती है। बिना सबूत के कोई डिसिजन ना लें।
जब आप महसूस करें कि आप मेंटल रूप से तैयार हैं, तो पति से बातचीत करें। बिना आरोप लगाए, खुलकर अपनी शंका और भावनाएं साझा करें। सीधी बातचीत से आप समझ सकते हैं कि उसने ऐसा क्यों किया।
अफेयर का पता चलने पर हर व्यक्ति का रिएक्शन अलग होता है। कुछ लोग रिश्ते को एक और मौका देते हैं, जबकि कुछ अलग हो जाते हैं। उसके साथ ऱहने या अलग होने का डिसिजन आपको होना चाहिए।
अगर आप दोनों इस समस्या को सुलझाना चाहते हैं, तो शादीशुदा जोड़ों के लिए काउंसलिंग या थेरेपी एक अच्छा विकल्प हो सकता है। इससे आप दोनों का रिश्ता सुधर सकता है।
इस कठिन समय में आत्म-सम्मान बहुत महत्वपूर्ण है। खुद को दोष न दें और यह महसूस करें कि आपको अपने जीवन में खुश रहने का अधिकार है।
कोई भी निर्णय जल्दी में न लें। इस स्थिति से निपटने में समय लगेगा। चाहे आप रिश्ते को सुधारने का प्रयास कर रही हों या अलग होने का सोच रही हों आप मेंटल रूप से तैयार हो जाएं।
अगर स्थिति ऐसी हो जाए कि आपको तलाक लेने की जरूरत महसूस हो, तो अपने आर्थिक और कानूनी अधिकारों के बारे में जानकारी जुटाएं और फिर कदम बढ़ाएं।