अब इसरो सूरज को खंगालने के प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है। जल्द ही इसरो आदित्य एल-1 लांच करने वाला है। यह सूर्य की कक्षा में दाखिल होकर सूर्य और पृथ्वी के सिस्टम की खोज करेगा।
इसरो का गगनयान मिशन 2024 में लांच किया जाना है। पीएम मोदी ने 2018 के स्वतंत्रता दिवस भाषण के दौरान इसका ऐलान किया था। बाद में कोविड की वजह से यह प्रोजेक्ट थोड़ा लेट हो गया है।
मार्स ऑर्बिटर-2 यानि मंगलयान-2 के लिए इसरो साइंटिस्टों की मानें तो इसके अध्ययन किया जा रहा है और सारे विकल्पों को परखा जा रहा है। जल्द ही मंगलयान-2 को भी स्पेस एजेंसी लांच करेगी।
अमेरिका की नेशन एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) और इसरो संयुक्त तौर पर इस सैटेलाइट को लांच करेंगे। इसकी लांचिंग भी श्रीहरिकोटा से ही की जानी है।
स्पेस डॉकिंग एक्सपीरिमेंट (स्पैडेक्स) के नाम का यह प्रोजेक्ट इसरो ने तैयार किया है। यह ट्विन स्पेसक्राफ्ट मिशन जिसमें एडवांस टेक्नोलॉजी का उपयोग किया गया है।
इसरो ने शुक्रयान-1 की तैयारी की है और इसे 2024 में लांच होगा। इसरो की तरफ से इसका बैकअप भी तैयार हुआ है। अगर 2024 का मिशन फेल होता है तो 2026 और 2028 में भी इसकी लांचिंग होगी।