ISRO सितंबर में सूरज तक पहुंचने के लिए आदित्य एल-1 मिशन लॉन्च कर सकता है। इसका उद्ददेश्य सूर्य के बारे में जानकारी इकट्ठा करना है। इस मिशन में 378 करोड़ का खर्च आ सकता है।
ISRO के आगामी मिशन में NISAR भी शामिल है। ये 2024 में लॉन्च हो सकता है। इसका मकसद भूकंप-सुनामी का अनुमान लगाना है। इस पर करीब 780 करोड़ का खर्च आ सकता है।
भारत के इस मिशन की शुरुआत 2024 में हो सकती है। इसका मकसद अंतरिक्ष में स्पेस स्टेशन बनाना है। इसका अनुमानित खर्च 124 करोड़ रुपए है।
इस मिशन को 2024 में लॉन्च किया जा सकता है। इसका मकसद इंसानों को अंतरिक्ष में भेजना है। इसमें अनुमानित खर्च 10 हजार करोड़ रुपए आ सकता है। इसके तहत कुल 3 उड़ानें भेजी जाएंगी।
गगनयान मिशन भारत का मानवयुक्त अंतरिक्ष प्रोग्राम है। इसमें इंसानों को अंतरिक्ष में ले जाएंगे। इस मिशन का ऐलान पीएम मोदी ने 15 अगस्त, 2018 को किया था।
अगर गगनयान मिशन सफल रहता है तो भारत अमेरिका, रूस और चीन के बाद ऐसा करने वाला दुनिया का चौथा देश बन जाएगा।
मंगल के बारे में खोज करने के लिए भारत मंगलयान मिशन 2025 में लॉन्च कर सकता है। इस मिशन पर करीब 500 करोड़ रुपए का खर्च आ सकता है।
ISRO दिसंबर, 2024 तक मिशन शुक्रयान लॉन्च कर सकती है। इसका मकसद शुक्र ग्रह के बारे में जानकारी इकट्ठा करना है। इस पर कितना खर्च होगा, ये अभी तय नहीं है।