लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है। ऐसे में बीजेपी को सहयोगियों का साथ लेना पड़ेगा। चंद्राबाबू नायडू और नीतीश कुमार सरकार बनाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
नीतीश-नायडू की ऊटपटांग शर्तें मोदी सरकार को परेशान कर सकती हैं। ऐसे में बीजेपी का साफ कहना है कि वो किसी की नाजायज मांगों के सामने नहीं झुकेगी।
सूत्रों के मुताबिक, पार्टी गठबंधन के नियमों के तहत ही काम करेगी। फिर चाहे मंत्रालय का बंटवारा हो या मंत्रियों की संख्या। हालांकि, गठबंधन के साथियों का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा।
इसके अलावा नीतीश-नायडू की अनावश्यक मांगों का तोड़ निकालने के लिए बीजेपी छोटे और निर्दलीय सांसदों के भी संपर्क में है। अगर नीतीश बाबू पलटते हैं तो उसकी तैयारी अभी से की जा रही है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, नीतीश ने मंत्री पद को लेकर एक फॉर्मूला बनाया है, जिसके मुताबिक उन्हें हर 4 सांसद के बदले 1 मंत्री चाहिए। उनकी 12 सीटें हैं यानी JDU से वो 3 मंत्री चाहते हैं।
बता दें कि NDA गठबंधन में बीजेपी को 240 सीटें मिली हैं। यानी वो अपने दम पर पूर्ण बहुमत से काफी दूर है। वहीं नीतीश की JDU को 12, जबकि चंदबाबू नायडू की TDP को 16 सीटें मिली हैं।
ऐसे में तीसरी बार सरकार बनाने के लिए मोदी को नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू की जरूरत पड़ रही है। हालांकि, दोनों के ही मोदी और बीजेपी से बहुत अच्छे रिश्ते नहीं रहे हैं।