कुवैत में आग लगने की घटना में मारे गए 45 भारतीयों के शव लेकर भारतीय वायु सेना का विशेष माल वाहक विमान भारत आ गया है। इस ऑपरेशन में IAF ने अपने C-130J विमान का इस्तेमाल किया।
C-130J सुपर हरक्यूलिस माल वाहक विमान है। जंग का मैदान हो या संकट, यह हर मुश्किल में काम आता है। चार इंजन वाले इस विमान को खराब रनवे पर भी उतारा जा सकता है।
C-130J विमान का मुख्य काम लड़ाई के मैदान में सैनिकों और सामान को पहुंचाना है। इसकी मदद से पैराट्रूपर्स को भी अग्रिम मोर्चों पर एयर ड्रॉप किया जाता है।
C-130J विमान 20,227 किलोग्राम सामान लेकर उड़ सकता है। यह 26 हजार फीट ऊंचाई तक उड़ता है। इसकी अधिकतम रफ्तार 660 किलोमीटर प्रति घंटा है।
C-130J विमान का रेंज 3889 किलोमीटर है। इसमें एक बार में 128 सैनिक अपने साजो-सामान के साथ सवार हो सकते हैं। इस विमान में 92 पैराट्रूपर्स सवार होते हैं।
भारतीय वायु सेना 11 C-130J-30 विमानों का इस्तेमाल करती है। अतिरिक्त विमानों के लिए ऑर्डर दिए गए हैं।