भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ISRO दो सितंबर को अपना पहला सूर्य मिशन लॉन्च करने जा रहा है। इसके लिए Aditya L1 को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया जाएगा।
Aditya L1 को PSLV- C57 रॉकेट से अंतरिक्ष में पहुंचाया जाएगा। यह इसरो का सबसे भरोसेमंद रॉकेट है। इसे उपग्रहों को अंतरिक्ष में भेजने के लिए सबसे अधिक इस्तेमाल किया गया है।
PSLV रॉकेट 3200kg के उपग्रह को लो अर्थ ऑर्बिट और 1425kg के उपग्रह को जियोसिंक्रोनस ऑर्बिट में पहुंचा सकता है।
Aditya L1 को PSLV-XL रॉकेट द्वारा लॉन्च किया जाएगा। इसका वजन 320 टन है। यह 44.4 मीटर ऊंचा है। इसकी मोटाई 2.8 मीटर है।
PSLV-XL चार स्टेज वाला रॉकेट है। इसकी मदद से एक बार में कई उपग्रहों को अंतरिक्ष में पहुंचाया जा सकता है। इसरो ने PSLV से एक बार में 100 से अधिक उपग्रहों को स्पेस में पहुंचाया था।
PSLV श्रृंखला के पहले रॉकेट ने 20 सितंबर 1993 को पहली उड़ान भरी थी। इसका फुल फॉर्म पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल है।
PSLV रॉकेट से 2008 में चंद्रयान-1 और 2013 में मार्स ऑर्बिटर अंतरिक्ष यान को लॉन्च किया गया था। चंद्रयान-1 चंद्रमा और मार्स ऑर्बिटर मंगल के चक्कर लगाने गया था।