जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में मुठभेड़ में सेना के दो अधिकारियों और पुलिस के एक डीएसपी की जान चली गई। जानें आतंकियों को मुकाबला करते जाने देने वाले अधिकारी कौन थे।
कर्नल मनप्रीत सिंह 19 राष्ट्रीय राइफल्स यूनिट के कमांडिंग ऑफिसर थे। आतंकियों से मुकाबला करने के लिए उन्हें प्रतिष्ठित सेना मेडल मिला था।
मनप्रीत सिंह मोहाली जिले के न्यू चंडीगढ़ के पास भरौंजियन गांव के रहने वाले थे। उनके परिवार में उनकी मां, पत्नी जगमीत ग्रेवाल और दो बच्चे (छह साल की बेटी और दो साल का बेटा) हैं।
मेजर आशीष ढोंचक राष्ट्रीय राइफल्स के कंपनी कमांडर थे। 34 साल के आशीष अपने माता-पिता के इकलौते बेटे थे। उनकी तीन बहने हैं।
आशीष पानीपत जिले के बिंझोल गांव के रहने वाले थे। उनके परिवार में पत्नी ज्योति, चार साल की बेटी और माता-पिता हैं। वह छह माह पहले घर गए थे।
डीएसपी हुमायूं भट्ट जम्मू-कश्मीर के बडगाम के रहने वाले थे। उनके पिता गुलाम हसन भट जम्मू-कश्मीर पुलिस के रिटायर आईजी हैं।
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने हुमायूं भट्ट को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने मुठभेड़ में अधिकारियों की मौत पर शोक जताया।