तमिलनाडु के मेट्टूर जिले के रहने वाले के. पद्मराजन के नाम अनोखा रिकॉर्ड है। पद्मराजन वर्ष 1988 से लगातार चुनाव लड़ते आ रहे हैं।
मेट्टूर जिले के रहने वाले के. पद्मराजन अब तक कुल 238 बार चुनाव मैदान में उतर चुके है, लेकिन एक बार भी उन्हें जीत हासिल नहीं हुई है।
मेट्टूर के रहने वाले के. पद्मराजन का टायर मरम्मत का बिजनेस है। हर साल चुनाव कैसा भी हो के. पद्मराजन नामांकन जरूर भरते हैं।
लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में भारत के सबसे असफल उम्मीदवार के रूप में उनका नाम दर्ज है।
इस बार भी पद्मराजन तमिलनाडु के धर्मपुरी जिले की एक संसदीय सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।
के. पद्मराजन को वर्ल्ड बिगेस्ट इलेक्शन लूजर के खिताब से नवाजे जा चुका है। इसके अलावा उनको इलेक्शन किंग के नाम से भी जाना जाता है।
के पद्मराजन का कहना है कि उन्हें जीत हार से फर्क नहीं पड़ता है। उनके लिए चुनाव में हिस्सा लेना महत्व रखता है। यह उनका शौक भी है और अब पहचान भी बन चुकी है।