अग्नि भारत की इंटरकांटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल है। अग्नि के कई आधुनिक और अपग्रेडेड वर्जन हैं। अग्नि-5 मिसाइल की रेंज 5000 से 8000 KM है। इसकी जद में चीन समेत दुनिया के कई देश हैं।
भारत की ब्रह्मोस (Brahmos) मिसाइल एक मल्टी मिशन बैलेस्टिक मिसाइल है। ब्रह्मोस मिसाइल समुद्र, जमीन और आकाश तीनों जगह से दुश्मन को टारगेट कर सकती है।
आकाश (Akash Missile) जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल है, जो 30 किलोमीटर दूर और 18 हजार मीटर की ऊंचाई पर स्थित टारगेट को भी आसानी से भेद सकती है।
पृथ्वी मिसाइल (Prithvi Missile) के 3 वर्जन हैं- पृथ्वी- 1, 2 और तीन। पृथ्वी-1 की रेंज 150 KM तक है। पृथ्वी-2 की रेंज 350 KM और पृथ्वी-3 350 से 600 KM तक वार करने में सक्षम है।
भारत के पास दुनिया की चौथी सबसे बड़ी वायुसेना है। इसमें राफेल (Rafale) भी शामिल है। राफेल में 3 तरह की मिसाइल लगाई जा सकती हैं। ये हवा से हवा, हवा से जमीन के अलावा हैमर मिसाइल हैं।
भारत का स्वदेशी फाइटर जेट तेजस एक हल्का युद्धक विमान है, जिसमें हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल, लेजर गाइडेड मिसाइल और बियांड विजुअल रेंज 'अस्त्र' मिसाइल लगाई जा सकती है।
भारत की नौसेना में शामिल INS विक्रमादित्य सबसे महंगे एयरक्राफ्ट्स में से एक है। इसका वजन 45,000 किलो है। इसपर लड़ाकू विमानों के साथ ही कई तरह के जंगी साजो-सामान बनाए जा सकते हैं।
भारतीय नौसेना की यह पनडुब्बी परमाणु हमला करने में सक्षम है। यह जल, थल और आकाश में मार करने में सक्षम है। इसका वजन 6 हजार टन है। INS अरिहंत की मारक क्षमता 750 से 3500 KM तक है।
टी-90 भीष्म (T-90 Bhishma) टैंक एक मिनट में 8 गोले फायर करने में सक्षम हैं। ये दुनिया के सबसे हल्के टैंकों में शामिल हैं। इसके साथ ही अर्जुन एमके-1 भी भारतीय सेना का मुख्य टैंक है।
थल सेना के पास सिग सोर असॉल्ट राइफल (Sig Sauer Assault Rifles) भी हैं। इसके अलावा इंसास राइफल, स्नाइपर राइफल, माउजर, मशीन गन भी सेना की ताकत को बढ़ाने का काम करती हैं।