शफीकुर्रहमान बर्क ने 1967 में पहला चुनाव मुलायम सिंह यादव के खिलाफ लड़ा था, पर हार गए थे, 93 साल के शफीकुर्रहमान बर्क 17वीं लोकसभा में सबसे बुजुर्ग सदस्य हैं
शफीकुर्रहमान बर्क का जन्म 11 जुलाई 1930 को हुआ था, वे समाजवादी पार्टी के नेता हैं,वे 2019 में संभल से लोकसभा के लिए चुने गए थे, वे पहली बार 1974 में संभल से MLA बने थे
शफीकुर्रहमान बर्क 1974 से 1991 तक संभल से MLA रहे, फिर 1996 से वर्तमान तक सांसद हैं
शफीकुर्रहमान बर्क 2019 में सांसद की शपथ लेते समय वंदेमातरम का विरोध किया था, उन्होंने 2021 में अफगानिस्तान में तालिबानी शासन को सही ठहराया था, जबकि PFI पर बैन का विरोध किया था
सपा सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क मोदी के घोर विरोधी माने जाते हैं, हाल में उन्होंने राम मंदिर के मुद्दे पर कहा था कि कोई भी मुसलमान कब्जे की जमीन पर बनी मस्जिद में नमाज नहीं पढ़ता
19 सितंबर से संसद नए भवन में लगेगी, पीएम मोदी ने पुराने भवन में अपनी आखिरी स्पीच में कई यादें शेयर कीं, इनमें शफीकुर्रहमान बर्क का विशेष जिक्र किया
शुरू से अब तक 7500 से अधिक प्रतिनिधि दोनों सदनों में आ चुके हैं, करीब 600 महिला सांसद आईं