वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन अभी तक केवल चेयरकार वाली ही दौड़ती थी।
वंदे भारत स्लीपर कोच से लैस कर राजधानी एक्सप्रेस के रूट पर चलाने की तैयारी है। इससे लंबी दूरी के यात्री रात में आराम कर सकेंगे।
चेन्नई ICF के जीएम बीजी माल्या ने बताया कि वंदे भारत का स्लीपर वर्जन लॉन्च किया जाएगा। साथ ही वंदे मेट्रो भी लांच होगी।
वंदे भारत का एक नॉन एसी वर्जन भी लांच की तैयारी है। इसे 31 अक्टूबर से पहले इसे लॉन्च किया जाएगा।
वंदे भारत ट्रेन कवच टेक्नोलॉजी से लैस है। अगर लोको पायलट गलती से रेड सिग्नल नहीं देखता है तो कवच टेक्नोलॉजी तुरंत अलर्ट जारी कर देगा। इससे दो ट्रेनों में टक्कर नहीं होगी।
वंदे भारत की अधिकतम स्पीड 180 किमी प्रति घंटा है। हर कोच में सस्पेंशन ट्रैक्शन मोटर लगे होने के कारण यात्रा बेहद आरामदायक और स्मूद होगी।
ट्रेन अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है। एक्जीक्यूटिव कोच में सीटों को 180 डिग्री में रोटेट किया जा सकता है। ऑटोमेटिक दरवाजे लगे हैं।
वंदे भारत ट्रेन में फायर सेंसर, सीसीटीवी कैमरा, ट्रेन के अंदर वाई-फाई सुविधा भी है।
स्मार्ट कम्युनिकेशन सिस्टम की वजह से किसी भी इमरजेंसी में गार्ड, लोकोपायलट से लेकर कोच में बैठे यात्री तक कोई भी इमरजेंसी मैसेज कम्युनिकेट हो सकता।
पहली वंदे भारत ट्रेन 15 फरवरी 2019 में शुरू हो गई थी। अब तक 25 वंदे भारत ट्रेनें चलाई जा चुकी हैं।