पीएम नरेंद्र मोदी ने भाषण में जवाहर लाल नेहरू का जिक्र किया। इसके साथ ही पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार द्वारा किए गए न्यूक्लियर टेस्ट पर भी बात की।
नरेंद्र मोदी ने कहा, "जी20 शिखर सम्मेलन में अभूतपूर्व सफलता मिली। भारत की अध्यक्षता में अफ्रीकन यूनियन स्थायी सदस्य बना। यह 140 करोड़ देशवासियों की सफलता है।"
पीएम ने कहा, "भारत के लोकतंत्र की ताकत है कि रेलवे प्लेटफॉर्म पर गुजारा करने वाला एक गरीब परिवार का बच्चा संसद में पहुंचा। मैंने कभी इसकी कल्पणा नहीं की थी।"
नरेंद्र मोदी ने कहा, "इसी सदन में पंडित जवाहर लाल नेहरू ने भारत की आजादी की घोषणा की थी। अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने न्यूक्लियर टेस्ट किया था।"
पीएम ने एक भारत, श्रेष्ठ भारत पर की बात की। उन्होंने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने, जीएसटी लागू करने और वन रैंक वन पेंशन को लेकर संसद में लिए गए फैसले का जिक्र किया।
पीएम ने पूर्व राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद से लेकर रामनाथ कोविन्द और द्रौपदी मुर्मू तक और पूर्व पीएम नेहरू-शास्त्री से लेकर चन्द्रशेखर-अटल-मनमोहन तक सभी नेताओं के काम को याद किया।
पीएम ने संसद में काम करने वाले कर्मचारियों, सुरक्षाकर्मियों और पत्रकारों की सराहना की। उन्होंने कहा कि जवानों ने संसद की रक्षा के लिए अपने सीने पर गोलियां खाई।
प्रधानमंत्री ने संसद में बटुकेश्वर दत्त के कार्यों से लेकर नेहरू जी और अटल जी के शब्दों तक के ऐतिहासिक क्षणों को याद किया।
नरेंद्र मोदी ने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर और श्यामा प्रसाद मुखर्जी के कार्यों को याद किया। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब औद्योगिकीकरण की बात करते थे।
पीएम ने हरित क्रांति से लेकर मनमोहन सिंह सरकार के दौरान हुए कैश फोर वोट तक संसद में देखे गए ऐतिहासिक अवसरों को याद किया।
पीएम ने कहा कि इसी सदन में सभी की सहमति से अटल सरकार में तीन राज्यों का गठन हुआ। पीएम ने तेलंगाना के गठन के वक्त हुए खून खराबे पर भी बात की।