Hindi

मेड इन इंडिया

वंदे भारत ट्रेन की डिजाइन और टेक्निक पूरी तरह से मेड इन इंडिया है। यह ट्रेन ऐसे बना है कि एक्सीडेंट होने पर पैसेंजर सुरक्षित रहें।

Hindi

कवच से भी लैस

वंदे भारत ट्रेन कवच टेक्नोलॉजी से लैस है। अगर लोको पायलट गलती से रेड सिग्नल नहीं देखता है तो कवच टेक्नोलॉजी तुरंत अलर्ट जारी कर देगा। इससे दो ट्रेनों में टक्कर नहीं होगी।

Image credits: Our own
Hindi

दोनों तरफ ड्राइवर कोच

वंदे भारत ट्रेन के दोनों सिरों पर ड्राइवर कोच होता है। इससे दिशा बदलने के लिए बार बार इंजन बदलने की आवश्यकता नहीं होती।

Image credits: Our own
Hindi

आरामदायक सफर

वंदे भारत की अधिकतम स्पीड 180 किमी प्रति घंटा है। हर कोच में सस्पेंशन ट्रैक्शन मोटर लगे होने के कारण यात्रा बेहद आरामदायक और स्मूद होगी।

Image credits: Our own
Hindi

ऑटोमेटिक दरवाजे

ट्रेन अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है। एक्जीक्यूटिव कोच में सीटों को 180 डिग्री में रोटेट किया जा सकता है। ऑटोमेटिक दरवाजे लगे हैं।

Image credits: Our own
Hindi

सीसीटीव कैमरा

वंदे भारत ट्रेन में फायर सेंसर, सीसीटीवी कैमरा, ट्रेन के अंदर वाई-फाई सुविधा भी है।

Image credits: Our own
Hindi

स्मार्ट कम्युनिकेशन

स्मार्ट कम्युनिकेशन सिस्टम की वजह से किसी भी इमरजेंसी में गार्ड, लोकोपायलट से लेकर कोच में बैठे यात्री तक कोई भी इमरजेंसी मैसेज कम्युनिकेट हो सकता।

Image credits: Our own
Hindi

2019 में पहली वंदे भारत दौड़ी

पहली वंदे भारत ट्रेन 15 फरवरी 2019 में शुरू हो गई थी। अब तक 25 वंदे भारत ट्रेनें चलाई जा चुकी हैं।

Image credits: Our own
Hindi

रंगों का दो कंबिनेशन

वंदे भारत ट्रेन के रंगों का दो कंबिनेशन है। पहले वंदे भारत ट्रेन नीली-सफेद कंबिनेशन में चलाई गई। अब इसको केसरिया और ग्रे रंगों के कंबिनेशन में चलाया जा रहा।

Image credits: Our own
Hindi

2018 में हुआ था ऐलान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2018 को लाल किले से दिए भाषण में 75 वंदे भारत एक्सप्रेस शुरू किए जाने का ऐलान किया था।

Image Credits: Our own