कार्तिक मास की अमावस्या पर दिवाली पर्व मनाया जाता है। इस पर्व को मनाने के पीछे कईं मान्यताएं हैं। इस दिन देवी लक्ष्मी के साथ-साथ, देवी सरस्वती और श्रीगणेश की पूजा का विधान है।
पंचांग के अनुसार, इस बार कार्तिक मास की अमावस्या तिथि 2 दिन यानी 12 और 13 नवंबर को रहेगी, जिसके चलते लोगों के मन में कन्फ्यूजन है कि दिवाली कब मनाएं?
कार्तिक मास की अमावस्या तिथि 12 नवंबर, रविवार को दोपहर 02:45 से 13 नवंबर, सोमवार की दोपहर 02:57 तक रहेगी। इस तरह 2 दिन अमावस्या तिथि का संयोग बन रहा है।
ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, दिवाली पर लक्ष्मी पूजा शाम को अमावस्या तिथि के योग में की जाती है। ये स्थिति 12 नवंबर, रविवार को बनेगी। इसी दिन लक्ष्मी पूजा की जाएगी।
ग्रंथों के अनुसार, इसी दिन देवी लक्ष्मी समुद्र मंथन से निकली थी। मान्यता है कि इसी दिन श्रीराम रावण का वध कर अयोध्या लौटे थे। अयोध्यावासियों ने दीप जलाकर श्रीराम का स्वागत किया था।
इस बार दीपावली पर शनिदेव अपनी स्वराशि कुंभ में रहेंगे, जिससे शश नाम का राज योग बनेगा। वहीं आयुष्मान और सौभाग्य नाम के 2 अन्य शुभ योग भी इस दिन रहेंगे।