Roop Chaturdashi 2023: आज है रूप चतुर्दशी, जानें इसकी 5 खास बातें
Puja Vrat Katha Nov 11 2023
Author: Manish Meharele Image Credits:Getty
Hindi
इसे नरक चतुर्दशी भी कहते हैं
दीपावली उत्सव के दूसरे दिन रूप चतुर्दशी का पर्व मनाया जाता है, इसे नरक चतुर्दशी भी कहते हैं। इस पर्व से जुड़ी मान्यताएं और और भी खास बनाती हैं। जानें इस बार कब है रूप चतुर्दशी…
Image credits: Getty
Hindi
इसलिए कहते हैं रूप चतुर्दशी
रूप चतुर्दशी की सुबह अभ्यंग स्नान यानी एक खास तरीके से नहाने की परंपरा है। इस दिन महिलाएं विशेष रूप से संजती-संवरती हैं और रूप निखारती हैं। इसलिए इसे रूप चतुर्दशी कहते हैं।
Image credits: Getty
Hindi
क्यों कहते हैं नरक चतुर्दशी?
धार्मिक कथा के अनुसार, द्वापर युग में भगवान श्रीकृष्ण ने इसी तिथि पर नरकासुर नाम के एक दैत्य का वध किया था, इसलिए इस तिथि को नरक चतुर्दशी के रूप में जाना जाने लगा।
Image credits: Getty
Hindi
कब है नरक चतुर्दशी? (Roop Chaturdashi 2023 Date)
इस बार नरक चतुर्दशी का पर्व 11 नवंबर, शनिवार को मनाया जाएगा। इस दिन प्रीति और आयुष्मान नाम के 2 शुभ योग बनेंगे। इसे काली चौदस और मासिक शिवरात्रि का व्रत भी मनाया जाएगा।
Image credits: Getty
Hindi
यमराज की पूजा क्यों?
रूप चतुर्दशी की शाम को यमराज की पूजा और दीपदान करने का महत्व धर्म ग्रंथों में बताया गया है। मान्यता है कि ऐसा करने से यमराज प्रसन्न होते हैं और सुख-समृद्धि प्रदान करते हैं।
Image credits: Getty
Hindi
श्रीकृष्ण की पूजा भी
नरक चतुर्दशी पर भगवान श्रीकृष्ण की पूजा कर दान करने का भी विशेष महत्व है क्योंकि उन्होंने ही नरकासुर का वध कर लोगों को उसके अत्याचार से मुक्ति दिलाई थी।