अनेक धर्म ग्रंथों में एकादशी का महत्व बताया गया है। इस तिथि के स्वामी स्वयं भगवान विष्णु हैं। एक महीने में 2 एकादशी तिथि आती है। इस तरह एक साल में कुल 24 एकादशी होती है।
पौष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को पुत्रदा एकादशी कहते हैं। इस एकादशी का महत्व स्वयं भगवान श्रीकृष्ण को अर्जुन को बताया था। इस बार ये एकादशी जनवरी 2024 में है।
पंचांग के अनुसार, इस बार पौष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 20 जनवरी, शनिवार की शाम 07:26 से 21 जनवरी, रविवार की शाम 07:27 तक रहेगी।
नियमों के अनुसार, व्रत के लिए सूर्योदय तिथि का चयन किया जाता है। चूंकि एकादशी तिथि का सूर्योदय 21 जनवरी, रविवार को होगा, इसलिए इसी दिन ये व्रत किया जाएगा।
पंचांग के अनुसार, 21 जनवरी को रोहिणी नक्षत्र रहेगा, जिससे प्रजापति नाम का शुभ योग दिन भर रहेगा। इस दिन अमृत सिद्धि और सर्वार्थसिद्धि नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे।
धर्म ग्रंथों के अनुसार, जो व्यक्ति पौष मास के शुक्ल पक्ष की पुत्रदा एकादशी का व्रत करता है, उसे योग्य पुत्र की प्राप्ति होती है, जो कुल का नाम रोशन करता है।