ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कुछ लोगों की जन्म कुंडली में दोष होते हैं, जिन्हें दूर करने के लिए विशेष पूजा करवाई जाती है। लाल पूजा भी इनमें से एक है। आगे जानिए क्या है ‘लाल पूजा’…
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, जिस व्यक्ति की कुंडली में मांगलिक दोष होता है या मंगल ग्रह किसी अशुभ स्थान पर होता है तो इसके लिए लाल पूजा होती है।
पं. द्विवेदी के अनुसार, मंगल अशुभ होने के कारण जीवन में कईं तरह की परेशानियां बनी रहती हैं। इन्हीं परेशानियों को दूर करने यानी मंगल दोष की शांति के लिए लाल पूजा करवाई जाती है।
लाल पूजा में उपयोग की जाने वाली लगभग हर पूजन सामग्री का रंग लाल ही होता है जैसे लाल कपड़ा, लाल चंदन, कुमकुम, लाल दाल आदि। इसलिए इसे लाल पूजा कहा जाता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मंगल ग्रह का रंग लाल है, इसलिए इस ग्रह की शांति के लिए लाल रंग की चीजों से इसकी पूजा की जाती है और इस रंग की चीजें ही दान भी की जाती हैं।
जिन लोगों की कुंडली में मंगल दोष होता है, उनके विवाह में परेशानी आती है, उन्हें छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आता है। खून से जुड़ी बीमारियां होती है और संपत्ति से नुकसान होता है।