Spiritual

Adipurush मूवी के 10 ब्लंडर, जिन्हें जानकर आप भी कहेंगे ‘हे राम’

फिल्म आदिपुरुष 16 जून को रिलीज हो चुकी है। फिल्म में कई ब्लंडर हैं जो लोगों को हजम नहीं हो रहे हैं। हमने मूवी के 10 ऐसे ही ब्लंडर पकड़े हैं, जिनकी जानकारी इस प्रकार है…

Image credits: 123hdgallery.com

आश्रम को बना दिया गुफा

फिल्म में श्रीराम, सीता और लक्ष्मण का निवास एक गुफा में बताया गया है। यहीं रावण सीता का हरण करता है। धर्म ग्रंथों के अनुसार श्रीराम और सीता पंचवटी में आश्रम बनाकर रहते थे।

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लक्ष्मण रेखा का बदला नाम

फिल्म आदिपुरुष के एक दृश्य में लक्ष्मण अपने तीर से सीता की सुरक्षा के लिए एक अदृश्य कवच बनाते हैं जिसे वे सत्यरेखा कहते हैं, जबकि धर्म ग्रंथों में इसे लक्ष्मण रेखा कहा गया है।

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देवराज इंद्र ने भेजा था रथ

फिल्म के अंतिम दृश्य में श्रीराम हनुमानजी की पीठ पर बैठकर रावण से युद्ध करते हैं। ग्रंथों के अनुसार रावण का वध करने के लिए स्वयं देवराज इंद्र ने अपना रथ श्रीराम के लिए भेजा था।

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श्रीराम के सामने नहीं हुआ सीता का हरण

फिल्म में रावण देवी सीता का हरण श्रीराम-लक्ष्मण के सामने करता हुआ दिखाया गया है। धर्म ग्रंथों में श्रीराम जब तक आश्रम में आते हैं तब तक रावण देवी सीता को ले जा चुका होता है।

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आभूषण से की थी सीता की पहचान

फिल्म में जब श्रीराम सुग्रीव से मिलते हैं तो वे एक मोती देखकर सीता की पहचान करते हैं जबकि देवी सीता ने अपनी आभूषणों की पोटली बनाकर फेंकी थी, जो ऋष्यमूक पर्वत पर गिरी थी।

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विभीषण को दिखाया शराबी

फिल्म के एक दृश्य में रावण और विभीषण को साथ बैठकर शराब पीते दिखाया गया है जबकि धर्म ग्रंथों के अनुसार, विभीषण पूरी तरह से धार्मिक प्रवृत्ति के थे। उन्में राक्षसी गुण नहीं थे।

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2 बार हुआ था बालि-सुग्रीव का युद्ध

फिल्म में बालि-सुग्रीव का युद्ध बताया गया है, जिसमें श्रीराम बालि का वध कर देते हैं। बालि सुग्रीव का युद्ध 1 नहीं 2 बार हुआ था। दूसरी बार के युद्ध में श्रीराम बालि को मारते हैं।

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सूनी पड़ी थी अशोक वाटिका

ग्रंथों के अनुसार रावण ने देवी सीता को हरण के बाद अशोक वाटिका में राक्षसियों की निगरानी में रखा था। जबकि फिल्म में न तो अशोक वाटिका दिखी और न ही वहां पहरा देने वाली राक्षसी।

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बिना प्रयास के ऊठ गया कुंभकर्ण

फिल्म में दिखाया गया है कि युद्ध के नगाड़ों की आवाज सुनकर कुंभकर्ण स्वत: ही उठ जाता है जबकि धर्म ग्रंथों में वर्णन मिलता है कि काफी प्रयासों के बाद ही कुंभकर्ण नींद से जागता है।

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चूड़ी नहीं चूड़ामणि दी थी हनुमान को

फिल्म में देवी सीता हनुमानजी को निशानी के तौर पर हाथ से चूड़ी निकालकर देती हैं, जबकि ग्रंथों में चूड़ामणि जो बालों में लगाई जाती है देने का वर्णन मिलता है।

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