8 अप्रैल, सोमवार को साल 2024 का पहला सूर्य ग्रहण होगा। हिंदू पंचांग के अनुसार इस दिन चैत्र मास की अमावस्या तिथि रहेगी। आगे जानिए सूर्य ग्रहण अमावस्या पर ही क्यों होता है…
हिंदू पंचांग के अनुसार, एक साल में कुल 12 अमावस्या होती है। हर अमावस्या पर तो सूर्य ग्रहण की स्थिति नहीं बनती, लेकिन जब भी ये होता है, उस दिन अमावस्या तिथि जरूर होती है।
साल में 1-2 बार जब चंद्रमा, सूर्य और पृथ्वी एक सीध में होते हैं, ऐसी स्थिति में चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह से ढंक लेता है। इसी को सूर्य ग्रहण कहते हैं। ऐसा अमावस्या पर ही होता है।
वैज्ञानिकों के अनुसार, 8 अप्रैल, सोमवार को होने वाला सूर्य ग्रहण भारत में कहीं भी दिखाई नहीं देगा, इसलिए यहां इसका कोई भी महत्व नहीं रहेगा और न ही सूतक आदि नियम माने जाएंगे।
भारतीय समय के अनुसार, 8 अप्रैल, सोमवार को होने वाला सूर्य ग्रहण रात 10.08 से शुरू होगा, जो देर रात 01.25 पर समाप्त होगा। इसकी कुल अवधि लगभग 3 घंटे 17 मिनिट की रहेगी।
8 अप्रैल, सोमवार को होने वाला सूर्य ग्रहण कनाडा, अमेरिका, मैक्सिको, जमाइका, नॉर्वे, पनामा आदि देशों में दिखाई देगा। जिन देशों में ये दिखाई देगा, सिर्फ वहीं इसके नियम मान्य होंगे।
8 अप्रैल, सोमवार को होने वाला सूर्य ग्रहण एक पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा जो पिछले 50 सालों में सबसे ज्यादा लंबे समय के लिए दिखाई देगा यानी इसकी अवधि 3 घंटे से ज्यादा समय की रहेगी।