कार्तिक मास में दिवाली के बाद भाई दूज का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये 15 नवंबर को है। इस दिन बहनें भाइयों के माथे पर तिलक लगाकर उसकी सुख-समृद्धि की कामना करती हैं।
मान्यता है कि भाई दूज पर बहन यदि भाई को तिलक लगाए तो इससे उसका गुड लक बढ़ता है और परेशानियां कम होती हैं। इस मान्यता के पीछे कईं कारण हैं, जो इस प्रकार हैं…
तिलक लगाने के लिए कुमकुम का उपयोग किया जाता है जो सूर्य से संबंधित है। सूर्य के शुभ प्रभाव से ही जीवन में उन्नति और सुख-समृद्धि आती है। इसलिए कुमकुम को बहुत पवित्र माना गया है।
तिलक लगाने के बाद इसके ऊपर चावल लगाए जाते हैं जो शुक्र से संबंधित है। शुक्र संपत्ति-धन आदि का कारक है। इसलिए हर शुभ काम में चावल का उपयोग विशेष रूप से होता है।
जब बहन भाई के माथे पर कुमकुम का तिलक लगाकर उस पर चावल लगाती है तो इससे सूर्य और शुक्र दोनों ग्रहों के शुभ फल भाई को प्राप्त होत हैं, जिससे उसका गुड लक बढ़ता है।