आचार्य चाणक्य भारत के महान विद्वान थे। उन्होंने अपनी एक नीति में 4 ऐसे कामों के बारे में बताया है, जिनमें महिलाएं हमेशा पुरुषों से आगे रहती हैं। आगे जानिए इन 4 कामों के बारे में
त्रीणं दिव्गुण आहरो लज्जा चापि चतुर्गुणा
साहसं षड्गुणं चैव कामोष्टगुण उच्येत
आचार्य चाणक्य के अनुसार, महिलाओं में भूख पुरुषों की अपेक्षा दोगुनी, लज्जा यानी शर्म चार गुना, साहस छ गुना और काम भावना आठ गुना अधिक होती है।
आचार्य चाणक्य के अनुसार, महिलाओं को पुरुषों की अपेक्षा दोगुनी भूख लगती है। इसका कारण है कि उन्हें घर के काम-काज करने के लिए पुरुषों से ज्यादा ऊर्जा की जरूरत होती है।
आचार्य चाणक्य के अनुसार महिलाओं में लज्जा यानी शर्म पुरुषों के मुकाबले 4 गुना अधिक होती है। कुछ भी काम करते समय महिलाएं इस विषय पर जरूर ध्यान देती हैं।
महिलाओं में साहस पुरुषों के मुकाबले 6 गुना अधिक होता है। जिस कठिन परिस्थिति में पुरुष हार मान जाते हैं, उस स्थिति में भी महिला डंटकर सामने करने को तैयार रहती हैं।
आचार्य चाणक्य के अनुसार महिलाओं में काम भावना पुरुषों के मुकाबले 8 गुना अधिक होती है। उम्र के साथ महिलाओं में काम भावना बढ़ती जाती है। एक निश्चित उम्र तक ऐसा होता है।