2 अक्टूबर को सर्वपितृ अमावस पर सूर्यग्रहण, कब करें श्राद्ध-पिंडदान?
Spiritual Oct 02 2024
Author: Manish Meharele Image Credits:Getty and Adobe Stock
Hindi
कब होगा सूर्यग्रहण 2024?
इस बार 2 अक्टूबर, बुधवार को सर्व पितृ अमावस्या पर सूर्यग्रहण का संयोग बन रहा है। ऐसी स्थिति में लोगों के मन में ये संशय है कि पितरों की शांति के लिए श्राद्ध-पिंडदान कब करें?
Image credits: Getty and Adobe Stock
Hindi
ग्रहण के दौरान नहीं होते श्राद्ध
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, हिंदू धर्म में सूर्य ग्रहण से संबंधित अनेक नियम और परंपराएं हैं जैसे सूतक आदि। ग्रहण के दौरान श्राद्ध भी नहीं करना चाहिए।
Image credits: Getty
Hindi
होगा कंकणाकृति सूर्यग्रहण
ज्योतिषाचार्य पं. द्विवेदी के अनुसार, 2 अक्टूबर, बुधवार को कंकणाकृति सूर्यग्रहण होगा, जिसे रिंग ऑफ फायर भी कहते हैं। लेकिन ये ग्रहण भारत में कहीं भी दिखाई नहीं देगा।
Image credits: Getty
Hindi
भारत में नहीं दिखेगा सूर्यग्रहण?
पं. द्विवेदी के अनुसार, चूंकि ये सूर्य ग्रहण भारत में कहीं भी दिखाई नहीं देगा, इसलिए यहां इसका सूतक मान्य नहीं होगा। यानी भारत में इस ग्रहण से संबंधित कोई भी नियम नहीं माना जाएगा।
Image credits: Getty
Hindi
कर सकते हैं श्राद्ध-पिंडदान
भारत में ये सूर्यग्रहण दिखाई न देने से यहां सर्व पितृ अमावस्या से संबंधित श्राद्ध, पिंडदान आदि किए जा सकते हैं, लेकिन ध्यान रखें सुबह 11.30 के पहले ये काम कर लें।
Image credits: Getty
Hindi
ये समय क्यों विशेष
विद्वानों के अनुसार, श्राद्ध के लिए कुतप काल को सबसे श्रेष्ठ माना गया है। कुतप काल का समय सुबह लगभग 11.30 तक रहता है, इसलिए इसके पहले श्राद्ध कर लेना चाहिए।