Hindi

बहुत अधिक सुंदर पत्नी को क्यों कहा गया है पति का दुश्मन?

Hindi

क्या लिखा है चाणक्य नीति में?

आचार्य चाणक्य के अनुसार बहुत सुंदर पत्नी अपने ही पति की शत्रु के समान होती है। इसके पीछे लाइफ मैनेजमेंट का गहरा सूत्र छिपा होता है। जानें इस बारे में क्या लिखा है चाणक्य नीति में…

Image credits: adobe stock
Hindi

चाणक्य नीति का श्लोक

ऋणकर्ता पिता शत्रुर्माता च व्यभिचारिणी।
भार्या रूपवती शत्रु: पुत्र: शत्रुरपण्डित:।।

Image credits: adobe stock
Hindi

ये है श्लोक का अर्थ

ऋणी पिता और बुरे आचरण वाली माता अपने पुत्र की दुश्मन होती है। वहीं बहुत सुंदर पत्नी अपने पति की और मूर्ख पुत्र अपने माता-पिता के शत्रु के समान होता है।

Image credits: pinterest
Hindi

ऋणी पिता कैसे है पुत्र का शत्रु?

चाणक्य नीति के अनुसार, अगर पिता ऋण लेकर मर जाए तो उसका कर्ज पुत्र को ही चुकाना पड़ता है। चाहे पुत्र की आर्थिक स्थिति कैसी भी हो। इसलिए ऋणी पिता पुत्र का शत्रु होता है।

Image credits: Getty
Hindi

बुरे आचरण वाली माता कैसे है संतान की शत्रु?

यदि किसी व्यक्ति की माता बुरे आचरण वाली है तो इस वजह से उसे समाज में सम्मान नहीं मिल पाता और वो उपहास का पात्र भी बन जाता है। इसलिए ऐसी माता को संतान की शत्रु कहा गया है।

Image credits: adobe stock
Hindi

सुंदर पत्नी क्यों है पति की शत्रु?

यदि किसी की पत्नी बहुत अधिक सुंदर है और पति की स्थिति ठीक नहीं है तो ऐसी स्त्री को पाने के लिए अन्य लोग कईं तरह के प्रयास करते हैं। ये स्थिति पति के लिए मृत्यु के समान होती है।

Image credits: Getty
Hindi

मूर्ख पुत्र कैसे है माता-पिता का शत्रु?

चाणक्य चाणक्य के अनुसार, मूर्ख पुत्र जीवन भर अपने माता-पिता पर बोझ बना रहता है और उसकी वजह से कईं बार माता-पिता का अपमान भी होता है। इसलिए ऐसा कहा गया है।

Image credits: Getty

जब प्रेमानंद बाबा से अंजाने में हो गई जीव हत्या, कैसे किया प्रायश्चित?

अनंत-राधिका की शादी में कब कौन-सी रस्म होगी? जानें पूरी डिटेल

फेरे से पहले होगी अनंत-राधिका की ‘मिलनी’, जानें क्या होती है ये रस्म?

होठों पर तिल चमकाता है किस्मत, जानें कैसा होता है इनका लव पार्टनर?