आचार्य चाणक्य भारत के महान विद्वान थे। उन्होंने अपनी एक नीति में 3 ऐसे कामों के बारे में बताया है कि वो जहां होते हैं वहां देवी लक्ष्मी का निवास होता है। जानिए कौन-से हैं वो 3 काम…
मूर्खा यत्र न पूज्यन्ते धान्यं यत्र सुसंचितम्।
दम्पत्ये: कलहो नास्ति तत्र श्री: स्वयमागता।।
जहां मुर्खों की पूजा नहीं होती, जहां अन्न काफी मात्रा में इकट्ठा रहता है, जहां पति-पत्नी में विवाद नहीं होता, वहां देवी लक्ष्मी स्वयं निवास करती हैं।
आचार्य चाणक्य के अनुसार, जहां मूर्ख लोगों की बात नहीं सुनी जाती और समझदार लोग रहते हैं, उन स्थानों पर हर काम ठीक होता है। ऐसी जगह पर देवी लक्ष्मी का निवास होता है।
जिन लोगों के पास हमेशा भरपूर मात्रा में अन्न इकट्ठा रहता है, वहां भी देवी लक्ष्मी का वास होता है यानी इन लोगों को को कभी धन व अन्य सुख-सुविधाओं की कभी कोई कमी नहीं होती।
जिस घर में पति-पत्नी एक-दूसरे का सम्मान करते हैं और विवाद नहीं करते, ऐसे घर में हमेशा सुख-शांति बनी रहती है। देवी लक्ष्मी का निवास भी ऐसे ही घरों में माना जाता है।