Hindi

किन 7 तरह के लोगों को कभी पैर से स्पर्श नहीं करना चाहिए और क्यों?

Hindi

महान विद्वान थे आचार्य चाणक्य

आचार्य चाणक्य भारत के महान विद्वानों में से एक थे। आचार्य चाणक्य ने अपनी एक नीति में बताया है कि किन 7 लोगों को कभी पैर से स्पर्श नहीं करना चाहिए। जानिए कौन हैं वो 7…

Image credits: adobe stock
Hindi

चाणक्य नीति का श्लोक

पादाभ्यां न स्पृशेदग्निं गुरुं ब्राह्मणमेव च।
नैव गावं कुमारीं च न वृद्धं न शिशुं तथा॥
अर्थ-आग, गुरु, ब्राह्मण, गाय, कुंआरी कन्या, बूढ़े लोग तथा बच्चों को पैर से नहीं छूना चाहिए।

Image credits: adobe stock
Hindi

आग और गुरु को पैर से स्पर्श क्यों न करें?

धर्म ग्रंथों में आग को देवताओं का मुख कहा गया है और गुरु तो स्वयं ईश्वर से भी श्रेष्ठ माने गए हैं। इसलिए आग और गुरु को भूलकर भी कभी पैर से स्पर्श नहीं करना चाहिए।

Image credits: Getty
Hindi

ब्राह्मण और गाय को पैर से स्पर्श क्यों न करें?

मान्यता के अनुसार ब्राह्मण की उत्तपत्ति ब्रह्मा के मुख से हुई है और गाय में सभी देवी-देवताओं का वास होता है। इसलिए ये दोनों पूजनीय होते हैं। इसलिए इन पर कभी पैर से स्पर्श न करें।

Image credits: freepik
Hindi

कुंवारी कन्या और बजुर्गों को पैर से स्पर्श क्यों न करें?

हिंदू धर्म में कुंवारी कन्या को देवी का स्वरूप माना गया है और बुजुर्गों का सम्मान करने की बात भी कही गई है। ये दोनों सम्मान करे योग्य होते हैं, इसलिए इनका कभी पैर से स्पर्श न करें।

Image credits: Getty
Hindi

छोटे बच्चों को पैर से स्पर्श क्यों न करें?

आचार्य चाणक्य के अनुसार, छोटे बच्च मन के सच्चे होते हैं। इनमें साक्षात ईश्वर का वास होता है, इसलिए इन्हें कभी भी पैर से नहीं छूना चाहिए। ऐसा करना महापाप माना जाता है।

Image credits: Getty

कैसे करें असली-नकली साधु की पहचान? जानें प्रेमानंद महाराज से

रहस्यमयी है जगन्नाथ मंदिर का ‘खजाना’, कितने सालों से नहीं खुला ये?

बहुत अधिक सुंदर पत्नी को क्यों कहा गया है पति का दुश्मन?

जब प्रेमानंद बाबा से अंजाने में हो गई जीव हत्या, कैसे किया प्रायश्चित?