आचार्य चाणक्य ने अपनी एक नीति में 4 ऐसे कामों के बारे में बताया है जो भूलकर भी अधूरे नहीं छोड़ना चाहिए। नहीं तो बाद में पछताना पड़ सकता है। जानें कौन-से हैं ये 4 काम…
अगर आपने किसी से कर्ज लिया है तो उसे पूरी तरह से चुकता करें। नहीं तो अधूरे कर्ज का ब्याज चुकाते-चुकाते आप परेशान हो सकते हैं और आर्थिक स्थिति भी खराब हो सकती है।
किसी भी बीमारी का उपचार पूरा करवाना चाहिए, जब तक वो बीमारी जड़ से खत्म न हो जाए। अगर बीमारी का इलाज बीच में रोक देंगे तो वो रोग फिर से बड़ा रूप ले सकता है।
अगर कहीं आग लग जाए तो जब तक वो पूरी न बूझे, तब तक पानी डालते रहें। अगर आग को पूरी तरह नहीं बुझाएंगे तो एक छोटी सी चिंगारी फिर से भड़ककर बड़ा नुकसान करवा सकती है।
अगर किसी से आपकी दुश्मनी है तो किसी भी तरह उसका निपटारा करें। नहीं तो ये दुश्मनी आपको किसी दिन भारी पड़ सकती है। ध्यान रखें हमें दुश्मनी खत्म करनी है न कि दुश्मन को।