चंद्र ग्रहण 28 अक्टूबर, शनिवार की रात 01:06 से शुरू होगा जो रात 02:22 तक रहेगा। चूंकि ये चंद्र ग्रहण पूरे भारत में दिखाई देगा। इसलिए यहां इसका सूतक आदि सभी नियम मान्य होंगे।
चंद्र ग्रहण का सूतक 9 घंटे पहले शुरू हो जाता है। इसके हिसाब से सूतक काल शनिवार की दोपहर 02:52 से शुरू होगा जो रात 02:22 तक ग्रहण के साथ ही समाप्त होगा।
28 अक्टूबर की रात चंद्र ग्रहण समाप्त हो जाएगा। इसके अगले दिन यानी 29 अक्टूबर, रविवार की सुबह 4 काम जरूर करें। इससे चंद्र ग्रहण की अशुभता कुछ कम हो सकती है।
चंद्र ग्रहण समाप्त होने के अगले दिन यानी 29 अक्टूबर की सुबह किसी नदी या तालाब में स्नान करें। ऐसा न हो सके तो घर पर ही स्नान करें। ग्रहण के बाद स्नान करना बहुत जरूरी है।
29 अक्टूबर, रविवार की सुबह पूरे घर की साफ-सफाई करें और पानी से घर धोएं। इससे ग्रहण की अशुभता बहुत कम हो सकती है और आपको शुभ फल भी प्राप्त होंगे।
चंद्र ग्रहण समाप्त होने के बाद भगवान के मंदिर की अच्छे से साफ-सफाई करें और पूजा भी जरूर करें। शुद्ध घी का दीपक जलाएं। इससे शुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है।
चंद्र ग्रहण के बाद गरीबों और जरूरतमंदों को दान जरूर करना चाहिए। इससे ग्रहण की अशुभता यानी बुरे फलों से बचा जा सकता है। दान करना ग्रंथों में काफी जरूरी माना गया है।