आचार्य चाणक्य के बारे में हम सभी जानते हैं, वे भारत के महान विद्वानों में से एक थे। उन्होंने ही एक साधारण युवक चंद्रगुप्त को अखंड भारत का सम्राट बनाया था।
आचार्य चाणक्य की नीतियां आज भी हमारे लिए काम की हैं। चाणक्य ने अपनी एक नीति में महिलाओं के 3 गुणों के बारे में बताया है। ये 3 गुण जिस महिला में होते हैं, वो सुपर वूमन कहलाती है।
महिलाओं में ये 3 गुण जन्मजात होते हैं। हालांकि बहुत कम महिलाओं में ये 3 गुण मिलते हैं। आगे जानिए कौन-से हैं वो 3 गुण जो किसी भी महिला को बना सकते हैं सुपर वूमन…
आचार्य चाणक्य के अनुसार जिस महिला में दया और विनम्रता का भाव होता है, वो अन्य महिलाओं से अधिक श्रेष्ठ होती है। उस महिला का ये ये गुण ही उसे सुपर वूमन बनाता है।
विवाहित महिला के कईं धर्म होते हैं जैसे परिवार के साथ अतिथि, पति, बच्चों की देखभाल करना आदि। जिस महिला में गुण होता है, उसे सुपर वूमन भी कहा जा सकता है।
चाणक्य के अनुसार, जो महिला बुरे समय के लिए पहले से ही पैसों की बचत करके रखती है, वो निश्चित रूप से सुपर वूमन होती है क्योंकि बुरे समय में पैसा ही सबसे बड़ा सहारा होता है।