शरद पूर्णिमा हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है। हर साल ये उत्सव आश्विन मास की पूर्णिमा पर मनाया जाता है। इसे कोजागरी भी कहते हैं। जानें इस बार कब है शरद पूर्णिमा…
पंचांग के अनुसार, इस बार आश्विन मास की पूर्णिमा 16 अक्टूबर, बुधवार की रात 08 बजकर 40 मिनिट से शुरू होगी जो 17 अक्टूबर, गुरुवार की शाम 04 बजकर 56 मिनिट तक रहेगी।
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, आश्विन मास की पूर्णिमा 16 अक्टूबर, बुधवार को पूरी रात रहेगी। इसलिए शरद पूर्णिमा का पर्व इसी दिन मनाया जाएगा।
मान्यता है कि शरद पूर्णिमा की रात चंद्रमा की किरणों से अमृत बरसता है। इसलिए इस रात को खीर बनाकर चंद्रमा की रोशनी में रात भर रखा जाता है और अगले दिन इसे खाते हैं।
एक मान्यता ये भी है कि शरद पूर्णिमा की रात देवी लक्ष्मी धरती पर आती हैं और पूछती हैं कोजागरी ‘कौन जाग रहा है’? जो व्यक्ति रात में जागता है, देवी लक्ष्मी उसके घर में रूक जाती हैं।