कार्तिक शुक्ल एकादशी को देवउठनी एकादशी कहते हैं। इस एकादशी का विशेष महत्व है। मान्यता है कि 4 महीने की योगनिद्रा के बाद भगवान विष्णु इसी दिन नींद से जागते हैं।
इस बार देवउठनी एकादशी 23 नवंबर, गुरुवार को है। इस दिन तुलसी विवाह की परंपरा भी है। इस तिथि पर कुछ काम भूलकर भी नहीं करना चाहिए। आगे जानिए इन कामों के बारे में…
एकादशी तिथि पर चावल या चावल से बनी कोई भी चीज नहीं खाना चाहिए। धर्म ग्रंथों में एकादशी पर चावल खाना महापाप माना गया है। इसलिए इस काम से बचकर रहना चाहिए।
एकादशी तिथि संयम रखने की तिथि है। इस दिन किसी पर क्रोध न करें और न ही किसी तरह का कोई बुरा विचार मन में लाएं। इस दिन कोई भी गलत काम करने से बचना चाहिए।
एकादशी तिथि बहुत ही पवित्र है। इस दिन मांसाहार और शराब जैसी चीजों से दूर रहना चाहिए। जो व्यक्ति इस दिन इन चीजों का सेवन करता है, उसे कईं परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
एकादशी पर तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ना चाहिए। इस दिन भगवान विष्णु को भोग में चढ़ाने के लिए तुलसी के पत्ते एक दिन पहले ही तोड़कर रख लेना चाहिए।
एकादशी तिथि पर अगर आप व्रत न भी रखें तो इस दिन ब्रह्मचर्य का पालन जरूर करें। सिर्फ शरीर ही नहीं मानसिक रूप से भी इस दिन ब्रह्मचर्य का पालन करना जरूरी है।