24 अक्टूबर, मंगलवार को दशहरा है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इसी दिन भगवान श्रीराम ने रावण का वध किया था। इसलिए हर साल इस दिन बुराई के रूप में रावण दहन करते हैं।
मान्यता के अनुसार, जब रावण मरने वाला था, तब श्रीराम ने लक्ष्मण से कहा कि ‘रावण के पास जाओ और मरने से पहले उससे उपदेश लो।’ श्रीराम के कहने पर लक्ष्मण रावण के पास गए।
मरने से पहले रावण ने लक्ष्मण को 3 महत्वपूर्ण बातें बताईं। अगर ये तीन बातें हम भी हमारे जीवन में उतार लें तो कईं तरह की परेशानियों से बच सकते हैं और अपना लक्ष्य पा सकते हैं
रावण ने लक्ष्मण से कहा कि ‘शुभ काम में देर नहीं करनी चाहिए। मैंने प्रभु श्रीराम को पहचानने में देर कर दी, इसी के चलते आज मेरी ये हालत हुई है। इसलिए शुभ काम तुरंत करना चाहिए।’
रावण ने दूसरी बात लक्ष्मण से कही कि ‘अपने दुश्मन को कभी कमजोर न समझें। मैंने भी यही भूल की। जिन्हें मैंने साधारण मनुष्य समझा वे साक्षात नारायण निकले। यही मेरी मृत्यु का कारण बना।’
रावण ने तीसरी बात लक्ष्मण से कही ‘विभीषण मेरी मृत्यु का राज जानता था। मैंने उसे राज्य से निकाल दिया। उसने सारे रहस्य श्रीराम को बता दिए, जिसके चलते आज लंका का नाश हो गया।’