हनुमानजी अमर हैं, ये बात तो हम सभी जानते हैं लेकिन कलयुग में वे कहां रहते हैं, इसके बारे में कम ही लोगों को पता है। महाभारत में उनके निवास के बारे में बताया गया है।
गोवर्धनमठ पुरी के वर्तमान शंकराचार्य स्वामी श्रीनिश्चलानन्द सरस्वतीजी का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वे ये बता रहे हैं कि हनुमानजी का निवास कहां और उसका क्या प्रमाण है?
शंकराचार्य श्रीनिश्चलानन्द सरस्वतीजी के अनुसार, ‘महाभारत के अनुसार, जब पांडु पुत्र भीम हनुमानजी से मिलते हैं तो उस समय वे अपने निवास स्थान के बारे में भी उन्हें बताते हैं।’
शंकराचार्य श्रीनिश्चलानन्द सरस्वतीजी के अनुसार, ‘महाभारत में हनुमानजी ने अपने निवास के बारे में बताया है कि वे गंधमादन पर्वत पर कदली वन यानी कैलों के जंगल में रहते हैं।’
ग्रंथों के अनुसार, सुमेरू पर्वत की चारों दिशाओं में गजदंत पर्वतों में से एक को गंधमादन पर्वत कहते थे। ये पर्वत धन के देवता कुबेर के राज्य में था। वर्तमान में ये तिब्बत में है।
शंकराचार्य श्रीनिश्चलानन्द सरस्वतीजी के अनुसार, गंधमादन पर्वत पर रोज गंधर्वों द्वारा रामलीला की जाती है, हनु्मानजी प्रसन्न होकर प्रतिदिन इस रामलीला का दर्शन करके प्रसन्न होते हैं।’