हरियाली तीज पर महिलाएं 16 श्रृंगार कर भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा करती हैं। इस बार ये पर्व 7 अगस्त, बुधवार को है। इस दिन 16 श्रृंगार क्यों किया जाता है, आगे जानिए…
हिंदू धर्म में विवाहित महिला के लिए 16 श्रृंगार करना शुभ माना जाता है। मान्यता है कि 16 श्रृंगार कर कोई भी व्रत-पूजा करने से देवी-देवता प्रसन्न होते हैं और शुभ फल प्रदान करते हैं।
हरियाली तीज का पर्व विवाहित महिलाएं सुखी मैरिड लाइफ के लिए करती हैं। कहते हैं कि इस दिन 16 श्रृंगार कर देवी पार्वती की पूजा करने से अखंड सौभाग्यवती का आशीर्वाद मिलता है।
हिंदू धर्म ग्रंथों में भी 16 श्रृंगार का महत्व बताया गया है। उसके अनुसार, 16 श्रृंगार करने से पत्नी का सौभाग्य और अधिक बलवान होता है और इसका शुभ प्रभाव पति को मिलता है।
जब भी पति की लंबी उम्र और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए कोई भी व्रत या पूजा की जाती है तो उस समय 16 श्रृंगार करना बहुत जरूरी माना गया है। इससे शुभ फल मिलते हैं।
महिलाओं के प्रमुख 16 श्रृंगार की सूची इस प्रकार है- स्नान, सिंदूर, बिंदी, काजल, रंग, गजरा, मांग टीका, नथ, कान के गहने, मंगलसूत्र, बाजूबंद, चूड़ियां, अंगूठी, कमरबंध, पायल और बिछिया।