हम अक्सर देखते हैं कि जब कोई नया घर बनता है तो लोग उसकी छत पर एक काली मटकी जरूर रखते हैं। इसके पीछे एक मनोवैज्ञानिक तथ्य छिपा है, जिसे कम ही लोग जानते हैं…
मान्यता के अनुसार, जब भी कोई बहुत सुंदर या नई वस्तु हो तो आते-जाते लोग उसे बड़े गौर से नजर गढ़ाकर देखते हैं और इस कारण कईं बार उसे बुरी नजर भी लग जाती है।
यही मान्यता नवनिर्मित घर पर भी लागू होती है। ऐसा माना जाता है नए घर पर किसी की भी बुरी नजर लग सकती है, जिसका असर वहां रहने वाले लोगों पर भी हो सकता है।
लोगों की बुरी नजर से बचाने के लिए ही घर की छत पर काली मटकी विशेष तौर पर रखी जाती है। मान्यता है कि ऐसा करने से लोगों की नजर कुछ देर के लिए भ्रमित हो जाती है।
विज्ञान भी ये मानता है कि काला रंग उर्जा को अवशोषित कर लेता है। उसी आधार पर जब घर पर काली मटकी रखते हैं तो वो बुरी नजर यानी निगेटिव एनर्जी को अवशोषित कर लेती है।
इस तरह घर की छत पर काली मटकी रखने के पीछे सिर्फ मनोविज्ञान ही नहीं बल्कि विज्ञान भी छिपा हुआ है। इसलिए नए घरों की छत पर अक्सर काले रंग की मटकी देखी जाती है।