मृत्यु के बाद शव के दोनों पैरों के अंगूठे आपस में क्यों बांधते हैं?
Spiritual Mar 21 2024
Author: Manish Meharele Image Credits:adobe stock
Hindi
बहुत खास है हिंदू परंपराएं
हिंदू धर्म में किसी की मृत्यु के बाद अनेक परंपराएं निभाई जाती हैं। इनमें से कुछ परंपराओं के पीछे धार्मिक, वैज्ञानिक और मनोवैज्ञानिक कारण छिपे होते हैं। ये पंरपराएं खास होती हैं।
Image credits: Getty
Hindi
क्यों बांधते हैं पैरों के अंगूठे?
हिंदू धर्म में जब भी किसी की मृत्यु होती है तो सबसे पहले मृतक के शरीर के पैरों के दोनों अंगूठों को आपस में बांध दिया जाता है। ऐसा क्यों करते हैं, ये बहुत कम लोगों को पता है।
Image credits: Getty
Hindi
शरीर का द्वार है मूलाधार चक्र
ऐसा कहा जाता है कि मानव शरीर में सात चक्र है, इनमें से मूलाधार बहुत खास होता है। ये चक्र गुप्तांग और मल द्वार के बीच में होता है। ये चक्र एक तरह से शरीर का द्वार होता है।
Image credits: Getty
Hindi
ये है इस परंपरा से जुड़ी मान्यता
मान्यता के अनुसार, जब किसी की मृत्यु होती है तो उसकी आत्मा अपने शरीर में पुन: प्रवेश करने का मार्ग तलाश करती है, इसके लिए मूलाधार चक्र सबसे आसान माध्यम होता है।
Image credits: Getty
Hindi
इसलिए बांधते हैं पैरों के अंगूठे
मान्यता है कि जब मृतक के दोनों पैरों के अंगूठों को एक साथ बांध दिया जाता है तो मूलाधार चक्र सख्त हो जाता है, ऐसी स्थिति में कोई भी आत्मा उस चक्र में प्रवेश नहीं पाती।
Image credits: Getty
Hindi
मूलाधार से शुरू होता है जीवन
ऐसा भी कहा जाता है कि मूलाधार वह जगह है जहां से जीवन की शुरूआत होती है। मृत्यु के बाद जब शरीर ठंडा पड़ना शुरू होता है तो यही शरीर का आखिरी गर्म भाग होता है।