Spiritual

Akshaya Tritiya 2024: अक्षय तृतीया पर क्यों नहीं है विवाह मुहूर्त?

Image credits: Getty

स्वयं सिद्ध मुहूर्त है अक्षय तृतीया

अक्षय तृतीया यानी आखा तीज को ज्योतिष शास्त्र में बहुत ही शुभ तिथि माना गया है। इसे स्वयं सिद्धि मुहूर्त भी कहते हैं। इस तिथि पर विवाह आदि कार्य करना बहुत ही शुभ माना जाता है।

Image credits: Getty

अक्षय तृतीया 10 मई को

इस बार अक्षय तृतीया 10 मई, शुक्रवार को है। हर साल इस तिथि पर हजारों की संख्या में विवाह होते हैं, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो पाएगा। आगे जानिए क्या है इसकी वजह…

Image credits: Getty

गुरु-शुक्र का उदय होना जरूरी

उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार, विवाह के लिए शुभ मुहूर्त निकालते समय शुक्र और गुरु ग्रह का उदय होना जरूरी होता है। अगर ये ग्रह अस्त हैं तो विवाह नहीं होते।

Image credits: Getty

दोनों ग्रह रहेंगे अस्त

इस बार 10 मई को अक्षय तृतीया पर गुरु और शुक्र दोनों ही ग्रह अस्त रहेंगे, जिसके चलते इस दिन विवाह के शुभ मुहूर्त नहीं है। ये दोनों ग्रह जून के अंतिम सप्ताह में उदय होंगे।

Image credits: Getty

क्या होता है स्वयं सिद्ध मुहूर्त?

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, स्वयं सिद्ध मुहूर्त यानी ऐसी तिथि जिसमें शुभ मुहूर्त के बिना भी मांगलिक कार्य जैसे विवाह आदि किए जा सकते हैं। लेकिन गुरु-शुक्र का उदय होना जरूरी है।

Image credits: Getty

साल में कितने स्वयं सिद्धि मुहूर्त?

ज्योतिष शास्त्र में 4 स्वयं सिद्ध मुहूर्त माने गए हैं। ये हैं अक्षय तृतीया, देवउठनी एकादशी, भड़ली नवमी और वसंत पंचमी। इन चारों को अबूझ मुहूर्त भी कहते हैं।

Image credits: Getty