वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को वरुथिनी कहते हैं। इस व्रत का महत्व कईं धर्म ग्रंथों में बताया गया है। इस बार ये 2024 के मई मास में किया जाएगा। जानें इसकी सही डेट…
पंचांग के अनुसार, वैशाख मास के कृष्ण पक्ष एकादशी 03 मई, शुक्रवार की रात 11 बजकर 24 मिनिट से शुरू होगी, जो 04 मई, शनिवार की रात 08 बजकर 39 मिनिट तक रहेगी।
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, वरुथिनी एकादशी व्रत का सूर्योदय 4 मई, शनिवार को होगा और दिन भर यही तिथि रहेगी, इसलिए इसी दिन ये व्रत किया जाएगा।
मान्यता के अनुसार, वरुथिनी एकादशी पर भगवान विष्णु की पूजा और व्रत करता है, उसके सारे पापों का नाश हो जाता है और 10 हजार वर्षों की तपस्या के बराबर फल प्राप्त होता है।
पंचांग के अनुसार, 4 मई, शनिवार को त्रिपुष्कर नाम का दुर्लभ योग भी रहेगा। त्रिपुष्कर योग में किए गए उपाय, पूजा आदि का 3 गुना फल मिलता है, ऐसा धर्म ग्रंथों में लिखा है।
विद्वानों के अनुसार, चूंकि वरुथिनी एकादशी का व्रत 4 मई, शनिवार को किया जाएगा, इसलिए इसका पारणा अगले दिन 5 मई, रविवार को करना शास्त्र सम्मत रहेगा।