विकट संकष्टी चतुर्थी 27 अप्रैल, शनिवार को है। इस व्रत में भगवान श्रीगणेश और चंद्रमा की पूजा का विधान है। इस दिन कुछ खास उपाय किए जाएं तो जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है…
विकट संकष्टी चतुर्थी पर भगवान श्रीगणेश के मंत्रों का जाप विधि-विधान से करें। मंत्र जाप के लिए रुद्राक्ष की माला का उपयोग कर सकते हैं। इससे आपकी लाइफ खुशहाल रहेगी।
इस व्रत में भगवान श्रीगणेश की पूजा के बाद भोग भी लगाया जाता है। इल दिन आप भगवान श्रीगणेश को बेसन या बूंदी के लड्डू का भोग लगाएं तो बहुत ही जल्दी शुभ फल मिलेंगे।
संकष्टी चतुर्थी व्रत के दौरान गणपति अर्थवशीर्ष का पाठ करें। इससे आपके जीवन की अनेक परेशानियां अपने आप ही दूर हो सकती हैं और ग्रहों के अशुभ फल से भी बचे रहेंगे।
इस दिन जररूतमंदों को दान करने का भी विशेष महत्व है। चतुर्थी व्रत के दौरान आप अपनी इच्छा अनुसार जरूरतमंद लोगों को भोजन, कपड़े आदि चीजों का दान कर सकते हैं।
विकट संकष्टी चतुर्थी के दिन गणेश जी की प्रतिमा का अभिषेक गाय के कच्चे दूध से करें। इस दौरान ऊं गं गणपतयै नम: मंत्र का जाप भी करते रहें। इससे शुभ फलों की प्राप्ति होगी।