इस्लाम धर्म के मानने वालों के लिए रमजान पवित्र महीना होता है। इसे खुदा की इबादत का महीना भी कहते हैं। रमजान के बाद जब चांद दिखता है तो ईद-उल-फितर का त्योहार मनाया जाता है।
इस्लामी मान्यताओं के अनुसार, रमजान में ही मोहम्मद पैगम्बर को कुरान प्राप्त हुई थी। इसलिए इस महीने में मुस्लिम जन कुरान पढ़कर इसकी शिक्षा को जीवन में उतारने की कोशिश करते हैं।
इस बार रमजान मास 12 मार्च 2024 से शुरू हो चुका है, जो 9 अप्रैल तक है। अगर 9 अप्रैल को सव्वाल मास का चांद दिखा तो ईद-उल-फितर का त्योहार 10 अप्रैल, बुधवार को मनाया जाएगा।
मुस्लिम विद्वानों के अनुसार, अगर सव्वाल मास का चांद 10 अप्रैल, बुधवार को दिखाई दिया तो इसके अगले दिन यानी 11 अप्रैल, गुरुवार को ईद-उल-फितर का त्योहार मनाया जाएगा।
रमजान में मुस्लिम समाज के लोग रोजा रखते हैं। रोजे खत्म होने की खुशी में ये ईद-उल-फितर का त्योहार मनाया जाता है। इस त्योहार में खुदा का शुक्रिया अदा भी किया जाता है।
ईद-उल-फितर के दिन सुबह विशेष नमाज होती है। लोग एक-दूसरे को बधाई देते हैं। नए कपड़े पहनते हैं। मेहमानों को मिठाई और सेवइयां खिलाई जाती है। छोटे बच्चों को ईदी दी जाती है।