हनुमानजी से संबंधित अनेक त्योहार हिंदू धर्म में मनाए जाते हैं। हनुमान जयंती और हनुमान अष्टमी भी इनमें से एक है। इन दोनों त्योहार में क्या अंतर है, आगे जानें, इनके बारे में…
हनुमान जयंती का पर्व चैत्र पूर्णिमा पर मनाया जाता है। मान्यता के अनुसार ये त्योहार पूरे देश में बड़े ही धूम-धाम से मनाया जाता है। ये त्योहार आमतौर पर मार्च या अप्रैल में आता है।
हनुमान अष्टमी पर पौष मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 4 जनवरी, गुरुवार को है। ये पर्व मुख्य रूप से मध्य प्रदेश के उज्जैन और इंदौर में मनाते हैं।
मान्यता के अनुसार, अहिरावण का वध करने के बाद हनुमानजी ने कुछ देर उज्जैन में विश्राम किया था। इसलिए ये पर्व उज्जैन और इसके आस-पास के क्षेत्रों में विशेष रूप से मनाया जाता है।
हनुमानजी की तिथि से और भी कईं मान्यताएं हैं। तमिलनाडु में ये हनुमान जयंती का पर्व दिसंबर में तो कर्नाटक में अक्टूबर मास में मनाया जाता है। देश में इससे जुड़ी और भी कईं परंपराएं हैं।
धर्म ग्रंथों के अनुसार, हनुमानजी अष्टचिरंजिवियों में से एक हैं। हनुमानजी को अमरता का वरदान माता सीता ने दिया था और श्रीराम ने उन्हें चिरकाल तक पृथ्वी पर रहने का आदेश दिया था।