लोहड़ी सिक्ख समुदाय के प्रमुख त्योहारों में से एक है। हर साल ये त्योहार मकर संक्रांति के एक दिन पहले मनाया जाता है। इस बार इसकी तारीख को लेकर कन्फ्यूजन की स्थिति बन रही है।
इस बार सूर्य 15 जनवरी की सुबह मकर राशि में प्रवेश करेगा, इसलिए इस दिन मकर संक्रांति मनाई जाएगी। लोहड़ी का पर्व इसके एक दिन पहले यानी 14 जनवरी को मनाया जाएगा।
लोहड़ी पर प्रदोष काल यानी शाम को अग्नि की पूजा की जाती है। 14 जनवरी को प्रदोष काल शाम 05.46 से रात 08.10 तक रहेगा। इसी दौरान अग्नि में तिल, मूंगफली की आहुति देना शुभ रहेगा।
लोहड़ी मुख्य रूप से सिक्ख समुदाय के लोगों द्वारा मनाई जाती है। ये त्योहार नई फसल आने की खुशी में मनाया जाता है। इस त्योहार में पुरुषों के साथ महिलाएं भी शामिल होती हैं।
लोहड़ी पर्व सूर्य के उत्तरायण होने की खुशी में भी मनाया जाता है क्योंकि सूर्य के मकर राशि में आने से दिन बड़े होने लगते हैं और रातें छोटी। ये स्थिति खेती के लिए उत्तम मानी जाती है।
लोहड़ी के मौके पर पंजाब, हरियाणा आदि प्रदेशों में विशाल उत्सव मनाए जाते हैं, इस दौरान यहां गिद्धा और भांगड़ा नृत्य खास तौर पर किया जाता है जो पंजाबियों की पहचान है।