Hindi

Mahabharata Facts: अर्जुन क्यों मारना चाहते थे युधिष्ठिर को?

Hindi

रोचक है महाभारत की कथा

महाभारत की कथा जितनी विशाल है, उतनी ही रोचक भी है। कुछ घटनाओं के बारे में लोगों को पता भी नहीं है। ऐसी ही एक घटना अर्जुन और युधिष्ठिर से जुड़ी है। जानें क्या है वो घटना…

Image credits: adobe stock
Hindi

कर्ण ने किया युधिष्ठिर का अपमान

महाभारत के अनुसार, जब कौरवों और पांडवों का युद्ध चल रहा था तब कर्ण ने युधिष्ठिर को घायल कर उन्हें अपमानित कर जीवित ही छोड़ दिया। युधिष्ठिर कर्ण का कुछ नहीं कर पाए।

Image credits: adobe stock
Hindi

अर्जुन गए युधिष्ठिर का हाल जानने

जब ये बात अर्जुन को पता चली तो वे श्रीकृष्ण के साथ युधिष्ठिर का हाल जानने के लिए उनके शिविर में आए। अर्जुन को देख युधिष्ठिर को लगा कि उन्होंने कर्ण का वध कर दिया है।

Image credits: adobe stock
Hindi

युधिष्ठिर ने क्रोध में कही गलत बात

जब युधिष्ठिर को पता चला कि अर्जुन सिर्फ उनका हाल जानने आए हैं और कर्ण अभी भी जीवित है तो क्रोध में आकर उन्होंने अर्जुन से कहा कि तुम अपना गांडीव का त्याग कर दो।

Image credits: wikipedia
Hindi

अर्जुन ने निकाली तलवार

युधिष्ठिर की बात सुन अर्जुन ने तलवार निकाली ली। श्रीकृष्ण ने इसका कारण पूछा, तब उन्होंने बताया कि ‘मैंने प्रतिज्ञा की है जो भी मुझे गांडीव त्यागने को बोलेगा, मैं उसका वध कर दूंगा।’

Image credits: adobe stock
Hindi

श्रीकृष्ण ने समझाया अर्जुन को

अर्जुन को श्रीकृष्ण को समझाया कि अगर तुम युधिष्ठिर का वध कर दोगे तो ये युद्ध हम बिना लड़े ही हार जाएंगे। तब अर्जुन ने श्रीकृष्ण ने पूछा कि तो फिर मैं कैसे अपनी प्रतिज्ञा पूरी करूं?

Image credits: adobe stock
Hindi

अर्जुन ने ऐसे पूरी की अपनी प्रतिज्ञा

श्रीकृष्ण ने अर्जुन से कहा कि ‘तुम युधिष्ठिर को खूब भला-बुरा कहो। सम्मान योग्य व्यक्ति का अपमान करना उसका वध करने जैसा ही माना गया है।’ अर्जुन ने ऐसा ही किया।

Image credits: adobe stock
Hindi

श्रीकृष्ण ने रोका युधिष्ठिर का वध

इस तरह भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को हाथों युधिष्ठिर का वध होने से रोक लिया। इसके बाद समय आने पर अर्जुन को कर्ण का वध भी किया और युद्ध में विजय भी प्राप्त की।

Image credits: adobe stock

Ayodhya Ram Mandir: किसने बसाई थी अयोध्या, कौन-थे यहां के पहले राजा?

राम मंदिर के पास है प्राचीन ‘कुबेर टीला’, जानें क्यों है ये इतना खास?

अयोध्या राम मंदिर में कुल 44 दरवाजे, इनमें से कितने सोने के?

Mahakal Ujjain: बाबा महाकाल के दर्शन से करें साल 2024 की शुरूआत