हर साल जनवरी में लोहड़ी और मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है। लोहड़ी सिक्खों और मकर संक्रांति हिंदुओं का त्योहार है। पहले लोहड़ी और इसके अगले दिन मकर संक्रांति मनाते हैं।
आमतौर पर लोहड़ी 13 जनवरी और मकर संक्रांति 14 जनवरी को मनाई जाती है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा। इन दोनों त्योहारों की डेट्स में इस बार अंतर देखने को मिल रहा है।
जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है तो मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है। मकर राशि में आते ही सूर्य उत्तरी गोलार्द्ध की ओर गति करने लगता है। इसलिए इसे उत्तरायण भी कहते हैं।
ज्योतिषियों के अनुसार, इस बार सूर्य 15 जनवरी, सोमवार की सुबह मकर राशि में प्रवेश करेगा, इसलिए इसी दिन मकर संक्रांति रहेगी। स्नान-दान, पूजा, उपाय भी इसी दिन किए जाएंगे।
जनवरी में पंजाब आदि क्षेत्रों में फसल पक चुकी होती है। इसी खुशी में सभी लोग एक स्थान पर इकट्ठा होकर नाचते-गाते और खुशियां मनाते हैं। इसे ही लोहड़ी फेस्टिवल कहते हैं।
लोहड़ी फेस्टिवल मकर संक्रांति के एक दिन पहले मनाते हैं। इसलिए इस बार लोहड़ी 14 जनवरी, रविवार को मनाई जाएगी। ये पर्व पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में मुख्य रूप से मनाई जाती है।