ज्योतिष में 27 नक्षत्र बताए गए हैं, इनमें से पुष्य भी एक है। अपने खास गुणों को कारण पुष्य को नक्षत्रों का राजा भी कहते हैं। दीपावली से पहले लोगों को इस नक्षत्र का इंतजार रहता है।
दीपावली से पहले लोग खरीदी के लिए शुभ मुहूर्त के इंतजार में रहते हैं, ऐसे में पुष्य नक्षत्र ही वो खास मौका होता है, जो खरीदी के लिए एकदम खास माना गया है।
इस बार पुष्य नक्षत्र 4 नवंबर, शनिवार की सुबह 07:57 से 05 नवंबर, रविवार की सुबह 10:29 तक रहेगा। पुष्य नक्षत्र दो दिन होने से ये दोनों ही दिन खरीदी के लिए विशेष शुभ रहेंगे।
ज्योतिषियों के अनुसार शनिवार को पुष्य नक्षत्र होने से मित्र और रविवार को होने से श्रीवत्स नाम के योग बनेंगे। ये दोनों ही योग खरीदी, उपाय, शुभ कामों के लिए खास माने गए हैं।
इस नक्षत्र के स्वामी शनिदेव हैं। ज्योतिषियों के अनुसार, पुष्य नक्षत्र में खरीदी गई कोई भी चीज लंबे समय तक उपयोग में बनी रहती है और शुभ फल भी प्रदान करती है।